हाँ तू ही है
सपने में रात जो आती है,
हर दिन मेरी नींद चुराती है,
सताए मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
इठलाती है, शर्माती है,
औ मंद मंद मुस्काती है,
मचलाए मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
लाल गाल औ मस्त चाल,
बन्दर मन होता, डाल डाल,
बहकाए मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
लड़ती है और लड़ाती है,
पूरे घर को सर पे उठाती है,
गुस्साए मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
मेरे ख़ुशी में झूमती मस्त,
दुःख में बंधाती ठांठस है,
समझाए मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
बचपने में साथ मेरा जो दे,
सारा शहर रंगे वो संग मिल के,
साथ है जो, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
रोज के सूखे जीवन में,
धूमिल न वो हो जाये कहीं,
महसूस मुझे, जाने कौन है वो,
तू ही तो है, हाँ तू ही है।
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